दिल्ली में किसानों की लंठई पर गृहमंत्रालय एक्शन में , दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली में किसानों ने जिस तरह सारी सीमाएँ तोड़ कर आतंक मचाया , लालकिले पर अपना झंडा फहराया ,पुलिसकर्मियों पर हमले किये , शर्मसार हुआ भारत । केंद्रीय गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक में कड़ी कारवाई के संकेत हैं। चल रही है। किसानों के हिंसक प्रदर्शन और राजधानी के कई हिस्सों में बिगड़ी स्थिति पर चर्चा हुई। दिल्ली में भारी संख्या में बल तैनात हैं और अतिरिक्त बलों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
मंगलवार को किसानों ने गणतंत्र दिवस परेड के बाद दिल्ली की सीमाओं पर ट्रैक्टर रैली निकालनी शुरू की। जो बाद में हिंसक प्रदर्शन में बदल गई। आक्रोशित किसानों ने कई स्थानों पर उपद्रव किया और पुलिस से भी भिड़ गए। उधर, लाल किले पर पहुंचे किसानों ने किले की गुंबद पर अपना झंडा फहरा दिया। किसान पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिल्ली में घुस गए। दिल्ली में हुई हिंसा को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पैरामिलिट्री फोर्सेस की 15 कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीने से दिल्ली बॉर्डर पर जमे किसान अचानक 26 जनवरी को हिंसक कैसे हुए।प्रदर्शनकारियों के हंगामे और पुलिस को दौड़ाने पर किसान नेताओं ने भी पल्ला झाड़ लिया है। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। क्या किसानों के साथ उपद्रवी शामिल थे । पिछले दो महीने से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों को आखिर किसने भड़काया? गणतंत्र दिवस के मौके पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद आखिर प्रदर्शनाकारियों ने इतना उत्पात कैसे मचाया।गृहमंत्रालय सबकी खबर लेने में जुटा है , दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।